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Password

May 8, 2022

“रीना मेरा laptop कहां हैं? कितनी बार बोला है मेरे ऑफिस की चीजों को हाथ मत लगाया करो। Login करने का टाइम हो गया है, 9 बजे मेरी मीटिंग है। देखो सुबह की भागा दौड़ी के कारण मैं मीटिंग का password ही भूल गया”।
“समर इतना क्यों चिल्ला रहे हो। तुम जानते हो मेरा भी ऑफिस टाइम है, अभी बंटी की ऑनलाइन क्लास शुरू हो जाएगी। उसका लैपटॉप भी स्टार्ट कर दो। और सुनो उसके लैपटॉप पर गूगल सर्च और गेम्स पर पासवर्ड लगा दो, नही तो क्लास के बीच वो खेलना शुरू कर देगा नही तो कुछ भी सर्च करेगा”।
” और समर जरा देखो ना, नेटबैंकिंग का पेज खोल कर सब बिल भी चुकता कर दो।और सुनो पासवर्ड ध्यान से डालना, पिछली बार की तरह अकाउंट बंद न हो जाए ।
” रीना जरा OTP( one time password) देना तुम्हारे फोन पर आया होगा”।
दिन भर उनके घर में ऑफिस, इंटरनेट और password की ही बाते होती रहती थी।
जिंदगी बस लैपटॉप और पासवर्ड्स में सिमट कर रह गई थी।
यह कहानी रीना और समर के घर रोजाना दोहराई जाती थी। वो दोनो lockdown के कारण वर्क from home कर रहे थे और बंटी काआधा दिन ऑनलाइन school में निकल जाता था।
बहुत मुश्किल के दिन निकल रहे थे। ऑफिस का काम, बिल्डिंग में बाई को आने की मनाही थी इसीलिए सारा काम हाथ से करना पड़ रहा था।
हजारों work from home करने वाले लोगो की तरह शुरुआत में इनको भी लगा था कि घर बैठे काम करने में बहुत मजा आयेगा। आराम से काम करेंगे, देर तक बिस्तर पर सोएंगे, मन चाहा खायेंगे मजा ही मजा रहेगा
पर इनको कहां पता था कि काम का बोझ और बढ़ जाएगा, ऑफिस में काम करने का समय बढ़ जाएगा, देर रात तक meetiings चलेंगी।
दोनो अपने ऑफिस के काम में इतना मशगूल हो गए थे कि उनको बंटी से तो क्या आपस में भी बात करने का समय नहीं मिलता था।
आखिरकार ऑफिस वाले पूरा पैसा वसूलना चाहते थे, उनका कहना था कि घर से ऑफिस और वापस घर आने का travelling का समय बच रहा है तो सब कर्मचारियों को ज्यादा काम करना चाहिए।
7 साल के बंटी को वैसे ही ऑनलाइन स्कूलिंग में मजा नहीं आ रहा था। ना दोस्त थे, ना मस्ती होती थी, ना किसी से झगड़ा, ना भागा दौड़ी। बस दिन भर घर में घुसे रहो। मम्मी डैडी को उस बेचारे की मनोदशा समझने का भी समय नहीं था।
रीना ने एक टाइम टेबल बना कर रख दिया था, tv देखने का , ipad पर गेम्स खेलने का, पढ़ाई का, सब का समय निश्चित था। बंटी की ऑनलाइन क्लासेज तो 1 बजे खतम हो जाती थी। फिर दिन भर वो खाली इधर से उधर घूमता रहता था।
रीना और समर तो दिन भर अपने अपने लैपटॉप पर लगे रहते थे, बेचारा बंटी इस कमरे से उस कमरे, उस कमरे से इस कमरे में ही घूम घूम समय निकालता था।
कभी यहां का सामान उधर पटका, उधर का इधर लाकर डाला, बस ऐसे ही अकेला अकेला समय निकालता था।
बहुत हुआ तो पड़ोस के घर में आकाश के साथ खेलने कभी कभी चला जाता था। आकाश हालांकि बंटी से 3 साल बड़ा था पर वो दोनो अक्सर ludo या और कोई indoor games खेला करते थे। lockdown के समय उम्र की किसे फिक्र थी। कोई बात करने वाला या थोड़ी देर साथ बैठ खेलने वाला मिल जाए तो बड़ी बात थी।
आकाश बहुत net savvy था। कभी कभी वो बंटी को अपने साथ बिठा लैपटॉप और अपने smart phone पर बहुत से नए प्रोग्राम्स और apps के बारे में बताता था।
जब आकाश व्यस्त होता और बंटी बहुत ज्यादा बोर हो जाता तो हसरत भरी आंखे लिए कभी समर के पास तो कभी रीना के पास खड़ा हो जाता। वो 2 मिनट उससे बात करते और फिर उसको चुप करा बैठा देते थे, क्योंकि ऑफिस के काम में बाधा पड़ती थी।
“समर देखो ना बंटी ने की बोर्ड पर हाथ मार दिया, साइट ब्लॉक हो गई है। प्लीज दूसरा पासवर्ड डाल खोलने की कोशिश करो। मेरा सारा काम रुक जायेगा” अचानक रीना ने चिल्लाकर समर को बुलाया” ।
” कुछ समझ नही आ रहा बंटी का क्या करे कल उसने मेरी डायरी पर ड्राइंग कर दी। मेरी मीटिंग का पास वर्ड लिखा था, कितनी मुश्किल पड़ी मेरेको मीटिंग में शामिल होने के लिए”!
” पापा थोड़ी देर मेरे साथ खेलो ना। क्या दिन भर लैपटॉप पर बैठे रहते हो? मम्मा आप भी आओ ना मेरेको कहानी सुनाओ”।
हर थोड़ी देर के बाद बंटी जा जा कर समर रीना को यही बोल रहा था।
” समर आज मेरी 3 zoom मीटिंग है”
” रीना आज तो मेरे पूरा दिन zoom meeting में निकल जायेगा। एक के बाद एक बहुत सारी मीटिंग है”।
बंटी रोज नाश्ते की टेबल पर यही बाते सुनता था।
एक दिन समर और रीना ऑफिस का काम कर रहे थे तो अचानक उनको ईमेल का notification aaya, “bunty 25@gmail.com” से
दोनो हैरान रह गए बंटी का email notification देख कर।
उन दोनो को मालूम भी नही था की बंटी ने अपना gmail पर account भी बना रखा है।
एकदम उन्होंने बंटी की mail खोली तो एक बार फिर हैरान रह गए क्योंकि बंटी ने उनको zoom meeting join करने का invite भेजा था
Zoom meeting ID और पासवर्ड के साथ।
दोनो को समझ नही आ रहा था बंटी तो उनके साथ दिन भर रहता है फिर उसने क्यों झूम मीटिंग के लिए दोनो को बोला।
दोनो ने अपनी अपनी मीटिंग को pause किया और आकाश के घर से बंटी को बुलाया।
” बेटा हमको zoom meeting के लिए क्यों invite किया , हम तो साथ ही रहते है।”
बंटी ने बहुत मासूमियत से बोला” आपने मेरा पूरा मैसेज पढ़ा क्या”?
रीना और समर ने मीटिंग के टॉपिक को पढ़ा तो वो सकते में आ गए
मीटिंग का टॉपिक था, “mummy papa please talk to me for some time”।

आंखो में आंसू भर बंटी ने रोते हुए कहा, ” आप लोग दिन भर zoom meeting में व्यस्त रहते हो। मेरे से बात करने का या मेरे साथ खेलने का समय नहीं है आपके पास। मुझे लगा अगर मै आपको zoom meeting के लिए बोलूंगा तो आप दोनो कम से कम अपने लैपटॉप से तो मेरे से बात करोगे। आप दोनो से अपने दिल की बात करने का मेरे पास कोई दूसरा उपाय नहीं था। आप दोनो को अपनी बात समझाने का या आपके कुछ वक्त मांगने का पासवर्ड मेरे पास नही था। इसीलिए zoom meeting का id और password भेजा”

समर और रीना दोनो को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने निश्चय किया कि वो बंटी को पूरा ध्यान देने की कोशिश करेंगे।।

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